लालसा नवमी की

 


अब तो मन की यही कामना,मुझमें राम जन्म हो जाये।

शक्ति का पूजन हो पूरा, जीवन में नवमी आ जाये।।१।।

जय जय जय जगदम्ब भवानी,

 बेटे  की  बस  यही  कहानी।

उनसे  ही  माँ  योग करा दे,

जीवन  हो  जाये  नूरानी।

ऐसी कृपा करो हे माता,राम राज्य हिरदय हो जाये।

शक्ति का पूजन हो पूरा, जीवन में नवमी आ जाये।।२।।

ईर्ष्या घृणा से दूर रहें माँ,

मन से ना मजबूर रहें माँ।

सियाराम आँखों में बसे हों,

इसी नशे में चूर रहें माँ।

रघुवीर धीर गम्भीर प्रभु,इन नयनों के जल में नहायें।

शक्ति का पूजन हो पूरा, जीवन में नवमी आ जाये।।३।।

हममें फूट पड़ी है माता,

विपदा टूट पड़ी है माता।

खुद का ही दुश्मन बन बैठे,

ऐसी लूट पड़ी है माता।

नर-बानर का योग कराया,हमको वो विद्या बतलाये।

शक्ति का पूजन हो पूरा, जीवन में नवमी आ जाये।।४।।

इतना प्रेम भरो हे माई,

जिससे हमें मिले रघुराई।

प्रेम छाँछ पीने से मइया,

मिले नाचते कृष्ण कन्हाइ।

ये इक्षा ढृण इतनी कर दो,रघुवर भी मोहित हो जाये।

शक्ति का पूजन हो पूरा, जीवन में नवमी आ जाये।।५।।



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